*नींद न आने के कारण और इलाज*
नींद न आना अपने आप में कोई रोग नहीं है बल्कि यह अन्य रोग व मानसिक परेशानी की प्रतिक्रिया है। नींद न आने की शिकायत लगातार कुछ सोचने, मानसिक तनाव, चिन्ता, भय,पेट में कब्ज, अत्यधिक थकावट, असामान्य बीमारी आदि के कारण होती है। कुछ लोग इस अवस्था में नींद की गोलियां ले लेते हैं। ऐसा कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि प्रारम्भ में नींद तो आ जाती है परन्तु कुछ दिनों बाद नींद की गोलियां मन को सहज हो जाती है। अत: यह अपना प्रभाव डालना बन्द कर देती है।
*अनिद्रा रोग 7 प्रकार का बताया गया है-*
अनिद्रातिरेक अर्थात ऐसे रोगी जो रात में जागते रहते हैं और उन्हें नींद बिल्कुल भी नहीं आती है।अनिद्रा रोग से पीड़ित वह रोगी जो नींद की गोलियों का इस्तेमाल करते हैं और शराब पीते हैं या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।कुछ ऐसे भी रोगी होते है जिन्हें बचपन से ही नींद नहीं आती है।ऐसे लोग जो अधिक चिन्ता करते है और हर समय मानसिक परेशानियों से पीड़ित रहते हैं उन्हें भी अनिद्रा का रोग हो जाता है।निद्रापस्मार अर्थात ऐसे रोगी जिन्हें बहुत नींद आती है और वह अधिक सोते हैं।ऐसे रोगी जो सांस सम्बंधी गड़बड़ी के कारण हमेशा परेशान रहते हैं और उन्हें नींद नहीं आती।कुछ ऐसे भी रोगी होते हैं जिन्हें नींद में चलने, सोते समय दांत चबाने या मांसपेशी चलाने की आदत हो जाती है।
*भोजन तथा परहेज*
रात में सोने से पहले मुंह, हाथ और पैर धोने चाहिए। नियमित समय से विश्राम करना चाहिए और सुबह व्यायाम करना करना चाहिए। सोने से पहले दूध पीना चाहिए। दिन में हल्का खाना खाने के बाद टहलना चाहिए।
सेब का मुरब्बा खाने से नींद अच्छी आती है।
अनिद्रा से व्यक्ति को चिन्ता नहीं करनी चाहिए। रोगी को शाम को चाय या कॉफी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। दोपहर को नहीं सोना चाहिए तथा शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
*विभिन्न औषधियों से उपचार-*
1. सरसों का तेल : रात को सोते समय पैरों के तलवों में सरसों के तेल की मालिश करने से गहरी नींद आती है।
2. पत्तागोभी : पत्तागोभी की सब्जी घी में बनाकर खाने से नींद की कमी दूर होती है।
3. दूध :
दूध से बना मेवा या खोया रात को सोते समय 50 ग्राम की मात्रा में खाने से नींद अच्छी आती है।एक चम्मच घी और चीनी एक गिलास दूध में मिलाकर सोते समय पीने से नींद जल्दी आती है।
4. शहद
1 चम्मच नींबू का रस और शहद मिलाकर रात को सोने से पहले पीने से नींद का न आना दूर होता है।शहद या चीनी के शर्बत में पोस्तादाना को पीसकर घोलकर सेवन करने से नींद अच्छी आती है।
5. मकोय : कच्चे सूत से मकोय की जड़ को माथे पर बांधने अथवा बिजौरा नींबू सिरहाने में रखकर सोने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
6. बादाम :
घिया का तेल और बादाम रोगन मिलाकर सिर की मालिश करने से नींद अच्छी आती है।बादाम रोगन, खसखस का तेल और काहू का तेल मिलाकर कनपटी पर मालिश करने से नींद न आना दूर होता है।
7. अजवायन : लगभग एक चौथाई से आधा ग्राम खुरासनी अजवायन का चूर्ण सुबह-शाम लेने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
8. पोस्तादाना : पोस्तादाना को अच्छी तरह से मिलाकर काढ़ा बनाकर नियमित रूप से लेने से नींद अच्छी आती है।
9. बेल : लगभग 10 ग्राम बेल की जड़ को पीसकर पानी में घोटकर सुबह-शाम रोगी को देने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
10. फरहद : लगभग 5 से 10 ग्राम फरहद की छाल का चूर्ण सुबह-शाम लेने से नींद अच्छी आती है।
11. सेब :
लगभग 10 से 20 ग्राम सेब के पेड़ की जड़ का चूर्ण सुबह-शाम खाने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।सेब का मुरब्बा खाने से नींद का न आना ठीक होता है। सेब खाकर सोने से नींद अच्छी आती है।
12. चौपतिया : वर्षा ऋतु में चौपतिया का साग नियमित रूप से खाने से अनिद्रा की तकलीफ दूर होती है।
13. वन्यकाहू :
लगभग 20 से 40 मिलीलीटर वन्यकाहू के बीजों का काढ़ा बनाकर पीने से नींद का न आना ठीक होता है।वन्यकाहू के पौधे से प्राप्त दूध लगभग 1 से 2 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।
14. काकजंघा : काकजंघा की जड़ को सिर के बालों पर बांधने से बहुत अच्छी नींद आती है।
15. मेंहदी : वे व्यक्ति जिन्हें नींद कम आती हो उन्हें अपने तकिये में मेंहदी के सूखे फूलों को रखने से नींद अच्छी आती है।
16. रस : अमरूद, आलू, पालक, गाजर व सेब का रस मिलाकर पीने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
17. आम : रात को आम खाने और दूध पीने से नींद अच्छी आती है।
18. मकोय : मकोय की जड़ों का काढ़ा 10 से 20 मिलीलीटर लेकर इसमें गुड़ मिलाकर पीने से नींद का न आना दूर होता है।
19. मालकांगनी : मालकांगनी के बीज, सर्पगन्धा, जटामांसी और मिश्री समान मात्रा में लेकर पीस लें और यह 1 चम्मच की मात्रा में शहद मिलाकर खाएं। इससे अनिद्रा रोग में आराम मिलता है।
*नींद न आने के कारण और इलाज*
नींद न आना अपने आप में कोई रोग नहीं है बल्कि यह अन्य रोग व मानसिक परेशानी की प्रतिक्रिया है। नींद न आने की शिकायत लगातार कुछ सोचने, मानसिक तनाव, चिन्ता, भय,पेट में कब्ज, अत्यधिक थकावट, असामान्य बीमारी आदि के कारण होती है। कुछ लोग इस अवस्था में नींद की गोलियां ले लेते हैं। ऐसा कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि प्रारम्भ में नींद तो आ जाती है परन्तु कुछ दिनों बाद नींद की गोलियां मन को सहज हो जाती है। अत: यह अपना प्रभाव डालना बन्द कर देती है।
*अनिद्रा रोग 7 प्रकार का बताया गया है-*
अनिद्रातिरेक अर्थात ऐसे रोगी जो रात में जागते रहते हैं और उन्हें नींद बिल्कुल भी नहीं आती है।अनिद्रा रोग से पीड़ित वह रोगी जो नींद की गोलियों का इस्तेमाल करते हैं और शराब पीते हैं या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।कुछ ऐसे भी रोगी होते है जिन्हें बचपन से ही नींद नहीं आती है।ऐसे लोग जो अधिक चिन्ता करते है और हर समय मानसिक परेशानियों से पीड़ित रहते हैं उन्हें भी अनिद्रा का रोग हो जाता है।निद्रापस्मार अर्थात ऐसे रोगी जिन्हें बहुत नींद आती है और वह अधिक सोते हैं।ऐसे रोगी जो सांस सम्बंधी गड़बड़ी के कारण हमेशा परेशान रहते हैं और उन्हें नींद नहीं आती।कुछ ऐसे भी रोगी होते हैं जिन्हें नींद में चलने, सोते समय दांत चबाने या मांसपेशी चलाने की आदत हो जाती है।
*भोजन तथा परहेज*
रात में सोने से पहले मुंह, हाथ और पैर धोने चाहिए। नियमित समय से विश्राम करना चाहिए और सुबह व्यायाम करना करना चाहिए। सोने से पहले दूध पीना चाहिए। दिन में हल्का खाना खाने के बाद टहलना चाहिए।
सेब का मुरब्बा खाने से नींद अच्छी आती है।
अनिद्रा से व्यक्ति को चिन्ता नहीं करनी चाहिए। रोगी को शाम को चाय या कॉफी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। दोपहर को नहीं सोना चाहिए तथा शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
*विभिन्न औषधियों से उपचार-*
1. सरसों का तेल : रात को सोते समय पैरों के तलवों में सरसों के तेल की मालिश करने से गहरी नींद आती है।
2. पत्तागोभी : पत्तागोभी की सब्जी घी में बनाकर खाने से नींद की कमी दूर होती है।
3. दूध :
दूध से बना मेवा या खोया रात को सोते समय 50 ग्राम की मात्रा में खाने से नींद अच्छी आती है।एक चम्मच घी और चीनी एक गिलास दूध में मिलाकर सोते समय पीने से नींद जल्दी आती है।
4. शहद
1 चम्मच नींबू का रस और शहद मिलाकर रात को सोने से पहले पीने से नींद का न आना दूर होता है।शहद या चीनी के शर्बत में पोस्तादाना को पीसकर घोलकर सेवन करने से नींद अच्छी आती है।
5. मकोय : कच्चे सूत से मकोय की जड़ को माथे पर बांधने अथवा बिजौरा नींबू सिरहाने में रखकर सोने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
6. बादाम :
घिया का तेल और बादाम रोगन मिलाकर सिर की मालिश करने से नींद अच्छी आती है।बादाम रोगन, खसखस का तेल और काहू का तेल मिलाकर कनपटी पर मालिश करने से नींद न आना दूर होता है।
7. अजवायन : लगभग एक चौथाई से आधा ग्राम खुरासनी अजवायन का चूर्ण सुबह-शाम लेने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
8. पोस्तादाना : पोस्तादाना को अच्छी तरह से मिलाकर काढ़ा बनाकर नियमित रूप से लेने से नींद अच्छी आती है।
9. बेल : लगभग 10 ग्राम बेल की जड़ को पीसकर पानी में घोटकर सुबह-शाम रोगी को देने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
10. फरहद : लगभग 5 से 10 ग्राम फरहद की छाल का चूर्ण सुबह-शाम लेने से नींद अच्छी आती है।
11. सेब :
लगभग 10 से 20 ग्राम सेब के पेड़ की जड़ का चूर्ण सुबह-शाम खाने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।सेब का मुरब्बा खाने से नींद का न आना ठीक होता है। सेब खाकर सोने से नींद अच्छी आती है।
12. चौपतिया : वर्षा ऋतु में चौपतिया का साग नियमित रूप से खाने से अनिद्रा की तकलीफ दूर होती है।
13. वन्यकाहू :
लगभग 20 से 40 मिलीलीटर वन्यकाहू के बीजों का काढ़ा बनाकर पीने से नींद का न आना ठीक होता है।वन्यकाहू के पौधे से प्राप्त दूध लगभग 1 से 2 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।
14. काकजंघा : काकजंघा की जड़ को सिर के बालों पर बांधने से बहुत अच्छी नींद आती है।
15. मेंहदी : वे व्यक्ति जिन्हें नींद कम आती हो उन्हें अपने तकिये में मेंहदी के सूखे फूलों को रखने से नींद अच्छी आती है।
16. रस : अमरूद, आलू, पालक, गाजर व सेब का रस मिलाकर पीने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
17. आम : रात को आम खाने और दूध पीने से नींद अच्छी आती है।
18. मकोय : मकोय की जड़ों का काढ़ा 10 से 20 मिलीलीटर लेकर इसमें गुड़ मिलाकर पीने से नींद का न आना दूर होता है।
19. मालकांगनी : मालकांगनी के बीज, सर्पगन्धा, जटामांसी और मिश्री समान मात्रा में लेकर पीस लें और यह 1 चम्मच की मात्रा में शहद मिलाकर खाएं। इससे अनिद्रा रोग में आराम मिलता है।
नींद न आना अपने आप में कोई रोग नहीं है बल्कि यह अन्य रोग व मानसिक परेशानी की प्रतिक्रिया है। नींद न आने की शिकायत लगातार कुछ सोचने, मानसिक तनाव, चिन्ता, भय,पेट में कब्ज, अत्यधिक थकावट, असामान्य बीमारी आदि के कारण होती है। कुछ लोग इस अवस्था में नींद की गोलियां ले लेते हैं। ऐसा कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि प्रारम्भ में नींद तो आ जाती है परन्तु कुछ दिनों बाद नींद की गोलियां मन को सहज हो जाती है। अत: यह अपना प्रभाव डालना बन्द कर देती है।
*अनिद्रा रोग 7 प्रकार का बताया गया है-*
अनिद्रातिरेक अर्थात ऐसे रोगी जो रात में जागते रहते हैं और उन्हें नींद बिल्कुल भी नहीं आती है।अनिद्रा रोग से पीड़ित वह रोगी जो नींद की गोलियों का इस्तेमाल करते हैं और शराब पीते हैं या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।कुछ ऐसे भी रोगी होते है जिन्हें बचपन से ही नींद नहीं आती है।ऐसे लोग जो अधिक चिन्ता करते है और हर समय मानसिक परेशानियों से पीड़ित रहते हैं उन्हें भी अनिद्रा का रोग हो जाता है।निद्रापस्मार अर्थात ऐसे रोगी जिन्हें बहुत नींद आती है और वह अधिक सोते हैं।ऐसे रोगी जो सांस सम्बंधी गड़बड़ी के कारण हमेशा परेशान रहते हैं और उन्हें नींद नहीं आती।कुछ ऐसे भी रोगी होते हैं जिन्हें नींद में चलने, सोते समय दांत चबाने या मांसपेशी चलाने की आदत हो जाती है।
*भोजन तथा परहेज*
रात में सोने से पहले मुंह, हाथ और पैर धोने चाहिए। नियमित समय से विश्राम करना चाहिए और सुबह व्यायाम करना करना चाहिए। सोने से पहले दूध पीना चाहिए। दिन में हल्का खाना खाने के बाद टहलना चाहिए।
सेब का मुरब्बा खाने से नींद अच्छी आती है।
अनिद्रा से व्यक्ति को चिन्ता नहीं करनी चाहिए। रोगी को शाम को चाय या कॉफी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। दोपहर को नहीं सोना चाहिए तथा शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
*विभिन्न औषधियों से उपचार-*
1. सरसों का तेल : रात को सोते समय पैरों के तलवों में सरसों के तेल की मालिश करने से गहरी नींद आती है।
2. पत्तागोभी : पत्तागोभी की सब्जी घी में बनाकर खाने से नींद की कमी दूर होती है।
3. दूध :
दूध से बना मेवा या खोया रात को सोते समय 50 ग्राम की मात्रा में खाने से नींद अच्छी आती है।एक चम्मच घी और चीनी एक गिलास दूध में मिलाकर सोते समय पीने से नींद जल्दी आती है।
4. शहद
1 चम्मच नींबू का रस और शहद मिलाकर रात को सोने से पहले पीने से नींद का न आना दूर होता है।शहद या चीनी के शर्बत में पोस्तादाना को पीसकर घोलकर सेवन करने से नींद अच्छी आती है।
5. मकोय : कच्चे सूत से मकोय की जड़ को माथे पर बांधने अथवा बिजौरा नींबू सिरहाने में रखकर सोने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
6. बादाम :
घिया का तेल और बादाम रोगन मिलाकर सिर की मालिश करने से नींद अच्छी आती है।बादाम रोगन, खसखस का तेल और काहू का तेल मिलाकर कनपटी पर मालिश करने से नींद न आना दूर होता है।
7. अजवायन : लगभग एक चौथाई से आधा ग्राम खुरासनी अजवायन का चूर्ण सुबह-शाम लेने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
8. पोस्तादाना : पोस्तादाना को अच्छी तरह से मिलाकर काढ़ा बनाकर नियमित रूप से लेने से नींद अच्छी आती है।
9. बेल : लगभग 10 ग्राम बेल की जड़ को पीसकर पानी में घोटकर सुबह-शाम रोगी को देने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
10. फरहद : लगभग 5 से 10 ग्राम फरहद की छाल का चूर्ण सुबह-शाम लेने से नींद अच्छी आती है।
11. सेब :
लगभग 10 से 20 ग्राम सेब के पेड़ की जड़ का चूर्ण सुबह-शाम खाने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।सेब का मुरब्बा खाने से नींद का न आना ठीक होता है। सेब खाकर सोने से नींद अच्छी आती है।
12. चौपतिया : वर्षा ऋतु में चौपतिया का साग नियमित रूप से खाने से अनिद्रा की तकलीफ दूर होती है।
13. वन्यकाहू :
लगभग 20 से 40 मिलीलीटर वन्यकाहू के बीजों का काढ़ा बनाकर पीने से नींद का न आना ठीक होता है।वन्यकाहू के पौधे से प्राप्त दूध लगभग 1 से 2 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।
14. काकजंघा : काकजंघा की जड़ को सिर के बालों पर बांधने से बहुत अच्छी नींद आती है।
15. मेंहदी : वे व्यक्ति जिन्हें नींद कम आती हो उन्हें अपने तकिये में मेंहदी के सूखे फूलों को रखने से नींद अच्छी आती है।
16. रस : अमरूद, आलू, पालक, गाजर व सेब का रस मिलाकर पीने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
17. आम : रात को आम खाने और दूध पीने से नींद अच्छी आती है।
18. मकोय : मकोय की जड़ों का काढ़ा 10 से 20 मिलीलीटर लेकर इसमें गुड़ मिलाकर पीने से नींद का न आना दूर होता है।
19. मालकांगनी : मालकांगनी के बीज, सर्पगन्धा, जटामांसी और मिश्री समान मात्रा में लेकर पीस लें और यह 1 चम्मच की मात्रा में शहद मिलाकर खाएं। इससे अनिद्रा रोग में आराम मिलता है।
*नींद न आने के कारण और इलाज*
नींद न आना अपने आप में कोई रोग नहीं है बल्कि यह अन्य रोग व मानसिक परेशानी की प्रतिक्रिया है। नींद न आने की शिकायत लगातार कुछ सोचने, मानसिक तनाव, चिन्ता, भय,पेट में कब्ज, अत्यधिक थकावट, असामान्य बीमारी आदि के कारण होती है। कुछ लोग इस अवस्था में नींद की गोलियां ले लेते हैं। ऐसा कभी नहीं करना चाहिए क्योंकि प्रारम्भ में नींद तो आ जाती है परन्तु कुछ दिनों बाद नींद की गोलियां मन को सहज हो जाती है। अत: यह अपना प्रभाव डालना बन्द कर देती है।
*अनिद्रा रोग 7 प्रकार का बताया गया है-*
अनिद्रातिरेक अर्थात ऐसे रोगी जो रात में जागते रहते हैं और उन्हें नींद बिल्कुल भी नहीं आती है।अनिद्रा रोग से पीड़ित वह रोगी जो नींद की गोलियों का इस्तेमाल करते हैं और शराब पीते हैं या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं।कुछ ऐसे भी रोगी होते है जिन्हें बचपन से ही नींद नहीं आती है।ऐसे लोग जो अधिक चिन्ता करते है और हर समय मानसिक परेशानियों से पीड़ित रहते हैं उन्हें भी अनिद्रा का रोग हो जाता है।निद्रापस्मार अर्थात ऐसे रोगी जिन्हें बहुत नींद आती है और वह अधिक सोते हैं।ऐसे रोगी जो सांस सम्बंधी गड़बड़ी के कारण हमेशा परेशान रहते हैं और उन्हें नींद नहीं आती।कुछ ऐसे भी रोगी होते हैं जिन्हें नींद में चलने, सोते समय दांत चबाने या मांसपेशी चलाने की आदत हो जाती है।
*भोजन तथा परहेज*
रात में सोने से पहले मुंह, हाथ और पैर धोने चाहिए। नियमित समय से विश्राम करना चाहिए और सुबह व्यायाम करना करना चाहिए। सोने से पहले दूध पीना चाहिए। दिन में हल्का खाना खाने के बाद टहलना चाहिए।
सेब का मुरब्बा खाने से नींद अच्छी आती है।
अनिद्रा से व्यक्ति को चिन्ता नहीं करनी चाहिए। रोगी को शाम को चाय या कॉफी का प्रयोग नहीं करना चाहिए। दोपहर को नहीं सोना चाहिए तथा शराब का सेवन नहीं करना चाहिए।
*विभिन्न औषधियों से उपचार-*
1. सरसों का तेल : रात को सोते समय पैरों के तलवों में सरसों के तेल की मालिश करने से गहरी नींद आती है।
2. पत्तागोभी : पत्तागोभी की सब्जी घी में बनाकर खाने से नींद की कमी दूर होती है।
3. दूध :
दूध से बना मेवा या खोया रात को सोते समय 50 ग्राम की मात्रा में खाने से नींद अच्छी आती है।एक चम्मच घी और चीनी एक गिलास दूध में मिलाकर सोते समय पीने से नींद जल्दी आती है।
4. शहद
1 चम्मच नींबू का रस और शहद मिलाकर रात को सोने से पहले पीने से नींद का न आना दूर होता है।शहद या चीनी के शर्बत में पोस्तादाना को पीसकर घोलकर सेवन करने से नींद अच्छी आती है।
5. मकोय : कच्चे सूत से मकोय की जड़ को माथे पर बांधने अथवा बिजौरा नींबू सिरहाने में रखकर सोने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
6. बादाम :
घिया का तेल और बादाम रोगन मिलाकर सिर की मालिश करने से नींद अच्छी आती है।बादाम रोगन, खसखस का तेल और काहू का तेल मिलाकर कनपटी पर मालिश करने से नींद न आना दूर होता है।
7. अजवायन : लगभग एक चौथाई से आधा ग्राम खुरासनी अजवायन का चूर्ण सुबह-शाम लेने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
8. पोस्तादाना : पोस्तादाना को अच्छी तरह से मिलाकर काढ़ा बनाकर नियमित रूप से लेने से नींद अच्छी आती है।
9. बेल : लगभग 10 ग्राम बेल की जड़ को पीसकर पानी में घोटकर सुबह-शाम रोगी को देने से अनिद्रा रोग दूर होता है।
10. फरहद : लगभग 5 से 10 ग्राम फरहद की छाल का चूर्ण सुबह-शाम लेने से नींद अच्छी आती है।
11. सेब :
लगभग 10 से 20 ग्राम सेब के पेड़ की जड़ का चूर्ण सुबह-शाम खाने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।सेब का मुरब्बा खाने से नींद का न आना ठीक होता है। सेब खाकर सोने से नींद अच्छी आती है।
12. चौपतिया : वर्षा ऋतु में चौपतिया का साग नियमित रूप से खाने से अनिद्रा की तकलीफ दूर होती है।
13. वन्यकाहू :
लगभग 20 से 40 मिलीलीटर वन्यकाहू के बीजों का काढ़ा बनाकर पीने से नींद का न आना ठीक होता है।वन्यकाहू के पौधे से प्राप्त दूध लगभग 1 से 2 ग्राम की मात्रा में सेवन करने से अनिद्रा की शिकायत दूर होती है।
14. काकजंघा : काकजंघा की जड़ को सिर के बालों पर बांधने से बहुत अच्छी नींद आती है।
15. मेंहदी : वे व्यक्ति जिन्हें नींद कम आती हो उन्हें अपने तकिये में मेंहदी के सूखे फूलों को रखने से नींद अच्छी आती है।
16. रस : अमरूद, आलू, पालक, गाजर व सेब का रस मिलाकर पीने से अनिद्रा रोग में लाभ मिलता है।
17. आम : रात को आम खाने और दूध पीने से नींद अच्छी आती है।
18. मकोय : मकोय की जड़ों का काढ़ा 10 से 20 मिलीलीटर लेकर इसमें गुड़ मिलाकर पीने से नींद का न आना दूर होता है।
19. मालकांगनी : मालकांगनी के बीज, सर्पगन्धा, जटामांसी और मिश्री समान मात्रा में लेकर पीस लें और यह 1 चम्मच की मात्रा में शहद मिलाकर खाएं। इससे अनिद्रा रोग में आराम मिलता है।

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