पनीर भोजन द्वारा चिकित्सा🤔

पनीर

शाकाहारी खाने में अगर कुछ स्पेशल बनाना हो तो हमारे यहा सबसे पहले नाम आता हैं पनीर की सब्जी का पनीर बनाने की विधि भी सरल ही है और Paneer ना सिर्फ़ टेस्टी होता हैं, बल्कि यह सेहत के लिए बहुत ही फयदेमंद भी माना जाता हैं. पनीर का नाम सुनते ही आपके मूह में पानी आ जाना एक आम सी बात हैं पनीर हैं ही इतना टेस्टी की अच्छे अच्छे के मूह में पानी ला दे. स्वाद के साथ-साथ पोषक तत्व जैसे प्रोटीन, calcium, Vitamin B2, B12, Vitamin D पनीर में मौज़ूद होते हैं इससे कोई फ़र्क नही पड़ता हैं की आप कौन सा पनीर खा रहे हैं. सभी तरह के पनीर आपकी सेहत को लाभ पहुचता हैं और कई ख़तरनाक बीमारियो की रोकथाम करता हैं •

Benefits for skin :- चेहरे पर चमक लानी हो तो पनीर का सेवन करे. पनीर में विटामिन ब होता हैं. विटामिन ब के सेवन से हेल्ती और ग्लोयिंग स्किन मिलती हैं. पनीर को नियमित रूप से अपनी डाइयेट में शामिल करे, आप कुछ ही दीनो में फ़र्क महसूस करेंगे. •

दन्तो में :- जब मजबूत दांतो की बात आती हैं, तो कॅल्षियम सबसे ज़रूरी हैं. पनीर में कॅल्षियम हाइ क्वालिटी में मिलता हैं. पनीर में लॅक्टोस बहुत ही कम मात्रा में पाया जाता हैं. लॅक्टोस एक ऐसा पदार्थ होता हैं जो खाने से निकलता हैं और दांतो को खराब करता हैं. पनीर सॅल्वीया के प्रवाह को बढ़ता हैं और दांतो से आसिड और शुगर को सॉफ करता हैं. •

गठिया से राहत :- गठिया रोग होने की सबसे बड़ी वजह बॉडी में कॅल्षियम की कमी का होना हैं. पनीर इस रोग से पीड़ित मरीज़ो के लिए बेस्ट उपाय हैं. इस बीमारी का इलाज प्रोटीन, कॅल्षियम, विटामिन और हाइ क्वालिटी मिनरल्स का सेवन करना हैं, जो की यह सभी चीज़े पनीर में मौज़ूद होती हैं.

• हड्डियो को बनाए मजबूत :- पनीर कई पोशाक तत्वो से भरपूर होता हैं. स्ट्रॉंग बोन्स के लिए कॅल्षियम की ज़रूरत होती हैं और पनीर में प्रोटीन और कॅल्षियम दोनो ही हाइ क्वालिटी में मौज़ूद होते हैं. पनीर में विटामिन आ, फॉस्फरस और ज़िंक भी पाया जाता हैं. विटामिन ब भी पनीर में पाया जाता हैं. ख़ासतौर पर बाकचो, प्रेग्नेंट विमन और बुज़ुर्गो की हड्डियो को मजबूत करने में पनीर मदद करता हैं.

• टेन्शन को कम करे :- रात को नींद नही आती या फिर आप तनाव ग्रस्त हैं तो सोने से पहले आप पनीर का सेवन करे, नींद आक्ची आएगी. यह इसलिए होता हैं क्योंकि पनीर में ट्र्यपटोफन अमीनो आसिड पाया जाता हैं, जो टेन्षन कम करने और नींद को बढ़ने में मददगार हैं.

• बॉडी की इम्यूनिटी बढ़ाए :- पनीर का सेवन करने से शरीर की रोग-प्रतिरोधक शांता बढ़ती हैं. रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती हैं तो बीमारियो से लड़ने की शरीर की पवर भी बढ़ती हैं पनीर

खाने के नुकसान :- पनीर खाना सेहत के लिए फयदेमंद तो हैं. लेकिन ज़्यादा पनीर खाना आपके लिए नुकसानदेह भी साबित हो सकता हैं. पनीर में हाइ क्वालिटी का फट मौज़ूद होता हैं, जो कोलेस्टरॉल को बढ़ता हैं. कोलेस्टरॉल का बढ़ना आपके दिल के लिए ख़तरा भी पैदा कर सकता हैं. साथ ही अगर आप वजन कम करने की सोच रही हैं तो आपको पनीर नही खाना चाहिए. रॉ-मिल्क चीज़ पर बन :- कुछ देशो में रॉ-मिल्क यानी की ककचे दूध से बनाने वेल चीज़ पर रोक लगी हुई हैं. वही कुछ देशो में हेल्त स्टॅंडर्ड्स के अनुसार रॉ-मिल्क का इस्तेमाल चीज़ में नही करने की सलाह दी जाती हैं. दरअसल डॉक्टर्स का यह मानना हैं की ककचे दूध में बॅक्टीरिया होने की आशंका ज़्यादा होती हैं. जबकि पस्टरिस्ड दूध में बॅक्टीरिया नही होते हैं. लिहाज़ा ज़्यादातर देशो में पसटेउरीज़ेड दूध से बने पनीर का इस्तेमाल किया जाता हैं. हलकी इंडिया में पनीर गाय, भैंस के दूध से ही बनता हैं जो पसटेउरीज़ेड करके या फिर उबालकर ही बनाया जाता हैं.
आहार व पोषण

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इस विटामिन की कमी से महिलाओं की बॉडी में होते हैं कई रोग, ना करें नजरअंदाज

ज्‍यादातर महिलाओं की डाइट में विटामिन बी-12 की कमी रहती हैं, इससे बॉडी में कई तरह के रोग हो सकते हैं।

 

ज्‍यादातर महिलाएं अपनी डाइट में विटामिन बी-12 युक्‍त फूड्स का सेवन नहीं करती हैं, जिससे वह हमेशा विटामिन बी-12 की कमी से ग्रस्‍त रहती हैं। जबकि विटामिन बी-12 हमारी बॉडी के लिए बहुत जरूरी तत्‍व है। ये रेड सेल्‍स का निर्माण करता है और साथ ही ब्रेन स्‍पाइनल कॉर्ड के कुछ तत्‍वों की रचना करने में भी सहायक होता है। आइए जानें इसकी कमी से हमारी बॉडी में कौन सी परेशानियां हो सकती हैं।

बॉडी को हेल्‍दी रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में विभिन्‍न विटामिन्स, मिनरल्स, प्रोटीन्स, कार्बोहाइड्रेट्स और फाइबर आदि की जरूरत होती हैं। बॉडी के लिए ज्यादातर आवश्यक तत्वों को हम डाइट के द्धारा ही पाते हैं। एक विटामिन ऐसा है जो आपकी बॉडी के लिए बेहद जरुरी है, परन्तु आहार तत्वों में वह पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने से ज्यादातर भारतीय महिलाओं में इस विटामिन की कमी पाई जाती हैं। इस विटामिन का नाम विटामिन बी-12 हैं।

विटामिन बी-12

जी हां विटामिन बी 12 अन्‍य विटामिन की तरह हेल्‍थ के लिए बेहद जरूरी विटामिन में से एक है। रेगुलर व बैलेंस विटामिन बी 12 डाइट न सिर्फ हार्ट हेल्‍थ को बेहतर बनाती है बल्कि इससे त्‍वचा सुंदर व कोमल बनती है। इससे सही मात्रा लेने से बॉडी में ब्‍लड की कमी नहीं होती है और बाल मजबूत बनते हैं। साथ ही बॉडी का मेटाबॉलिज्‍म बढ़ता है। विटामिन बी बॉडी को ब्रेस्‍ट, कोलोन, लंग और प्रोस्‍टेस कैंसर से बचाता है। जिन महिलाओं के अंदर इस विटामिन बी की कमी होती है वे इसकी पूर्ती के लिए सप्‍लीमेंट्स लेती हैं। हालांकि विटामिन बी 12 की कमी को मांस-मछली और अन्‍य वेजिटेरियन के रेगुलर लेने पूरी की जा सकती है।

विटामिन बी-12 क्‍यों जरूरी है?

बॉडी में विटामिन बी-12 में रेड सेल्‍स के निर्माण के लिए जरुरी होता हैं।

बॉडी में नर्वस प्रणाली को हेल्‍दी बनाए रखता है। इसकी कमी से ब्रेन डैमेज भी हो सकता है।

शरीर में फोलिक एसिड का अवशोषण नहीं हो पाता हैं।

हार्ट डिजीज का खतरा होता है कम।

अल्जाइमर जैसे रोगों का खतरा कम रहता हैं।

एनर्जी का संचार करता है और बुढ़ापे को दूर रखता है।

इम्‍यूनिटी बढ़ाता है और साथ ही तनाव से निपटने से मदद भी करता हैं। विटामिन बी-12 को इसलिए एंटी-स्‍ट्रेस विटामिन भी कहा जाता है।

विटामिन बी12 की कमी के लक्षण

थकान और कमजोरी

त्वचा में पीलापन

डायरिया

पेट खराब होना

वजन घटना

याददाश्त में कमी

ब्‍लड की कमी

भूख कम लगना

आंखों की कमजोरी

कमजोर इम्‍यूनिटी

सिरदर्द

आलस

अनियमित पीरियड्स

क्‍यों होती है बी12 की कमी?

बी12 की कमी के अधिकांश मामले दरअसल अवशोषण की कमी से जुड़े होते हैं, क्योंकि 40 की उम्र के बाद महिलाओं में बी12 अवशोषण की क्षमता धीरे-धीरे कम होती जाती है। बहुत सी दवाइयां भी लंबे समय तक प्रयोग किए जाने पर बी12 के अवशोषण को अस्थाई रूप से या सदा के लिए बाधित करती हैं। बी-12 की कमी कई कारणों से पाई जाती है, जिनमें लाइफस्‍टाइल संबंधी गलत आदतें तथा बायो-केमिकल संबंधी समस्याएं शामिल हैं।
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कैसे करें विटामिन बी12 की कमी दूर?

अगर आपकी बॉडी में विटामिन बी-12 की कमी हो गई है तो इसे दूर करना बहुत जरूरी है।


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